❝यदि आप सही है तो आपको गुस्सा होने की जरुरत नहीं और यदि आप गलत है तो आपको गुस्सा होने का कोई हक़ नहीं |❞

Posts in "Spiritual - Related to God" Category

  • Correct Version of Hanuman Chalisa | हनुमान चालीसा

    Comments
    0
    Views
    89
    Posted
    06 Apr 2023

    श्री हनुमान चालीसा | Correct Hanuman Chalisa | Correct Lyrics of Hanuman Chalisa

    हम यहा हनुमान चालीसा का संसोधित रूप बता रहे ॰ जो ग़लतियाँ चली आ रही है कृपया उन्हें आज ही सही करे ओर हनुमान चालीसा से मनवांछित फल पाए।

    दोहा :
    श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज म…

  • Bharti Sanskrati

    Comments
    0
    Views
    200
    Posted
    30 Jun 2016

    भारतीय संस्कृति

    अपने भारत की संस्कृति को पहचानें | अपने बच्चों को भी ये सब बताए |

    दो पक्ष - कृष्ण पक्ष, शुक्ल पक्ष

    तीन ऋण – देव ऋण, पितृ ऋण, ऋषि ऋण

    चार युग – सतयुग, त्रेतायुग, द्धापरयुग, कलियुग

    चार धाम – द्धारिका, बद्रीनाथ, जगन्नाथ, रामेश्वर…

  • Maa Durga ki aarti - दुर्गा जी की आरती

    Comments
    0
    Views
    163
    Posted
    22 Sep 2017

    श्री दुर्गा जी की आरती

    जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी |
    तुमको निशि दिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ||

    मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को |
    उज्ज्वल से दोउ नैना, चन्द्रवदन नीको ||

    कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै |
    रक्तपुष्प गल माला, कंठन पार साजै ||

    केहरि व…

  • ॐ के 11 शारीरिक लाभ - Meaning & 11 Benefits of Om word

    Comments
    0
    Views
    105
    Posted
    03 Jan 2016

    ॐ के 11 शारीरिक लाभ:

    ॐ , ओउम् तीन अक्षरों से बना है।
    अ उ म् ।
    "अ" का अर्थ है उत्पन्न होना,

    "उ" का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात् विकास,

    "म" का मतलब है मौन हो जाना अर्थात् "ब्रह्मलीन" हो जाना।

    ॐ सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति और पूरी सृष्टि का…

  • Shree Ganesh ji ki aarti - श्री गणेश जी की आरती

    Comments
    0
    Views
    112
    Posted
    17 Sep 2017



            श्री गणेश जी की आरती


    जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ।
    माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
    जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
    एक दंत दयावंत, चार भुजाधारी ।
    माथे पे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥
    जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
    अंधन को आंख देत, कोढ़िन को…